अभी अभी कोरोना से जागे हैं, चलिए, थोड़ी देर के लिए राजनीति को ठंडी बस्ते में डाल के वसंत पंचमी पर खिल रहे फूलो के बीच चलते है| साइकिल उठाते हैं और निकल चलते हैं इंदौर की सडको पर| यही तो खूबसूरती है इन्दोरी कल्चर की, सफाई हो या सेहत हो, हम दुनिया से अलग है, कहीं हम नंबर वन है तो कहीं हम नम्बर वन की रेस में हैं| मैं तो यहाँ तक कहता हूँ की कुली नंबर वन के फ्लॉप होने के बाद डेविड धवन को नंबर वन सीरीज की हर फिल्म इंदौर में सेट करनी चाहिए क्यूंकि अगर रियल लाइफ हीरोज चाहिए तो उनकी तो इंदौर में कमी है ही नहीं|
कल्पना
कीजिये
अगर
डेविड
धवन
की
अगली
फिल्म
का
टाइटल
हो
“साइकिलिस्ट
नंबर
वन”
अगर
डेविड
धवन
की
अगली फिल्म
का
टाइटल
साइकिलिस्ट
नम्बर
वन
हो
तो
उन्हें
इंदौर
में
एक
नहीं
दो
दो
हीरो
मिल
जायेंगे|
सबसे
पहले
हीरो
हैं
भाजपा
नेता
कैलाश
विजवार्गीय
और दूसरे हीरो है कांग्रेस के नेता श्री
जीतू पटवारी|
कैलाश विजयवर्गीय जी पिछले
कई
वर्षो
से
एक
अनोखी
साइक्लोथोंन
को
प्रमोट
कर
रहे
हैं इस
साइक्लोथोन
का
उद्देश्य
है
लोगो
को
बारह
से
पंद्रह
किलोमीटर
साइकिल
चलाने
की
प्रेरणा
देना|
कैलाश
विजयवर्गीय
जी
के
वरद
हस्त
तले
इस
साल
भी
“ जय शिवाजी
एवं
जय
पटेल
के
नारे
का
उदघोष
करते
हुए
""32वा सड़क
सुरक्षा माह 2021""
मनाया
गया|
नया
नारा,
नया
उद्देश्य,
नया
आसमान
इस
साल
साइक्लेथोन
का
नारा
था
“ सड़क सुरक्षा
जीवन
रक्षा,
बेहतर
ट्रैफिक
बेहतर
इंदौर,”
इसके
आलावा
इस
इवेंट
को “साइकिल
चलाओ
कोरोना
भगाओ”
का
नारा
देकर
सेहत
से
भी
जोड़ा
गया
था| ग्राउंड
जीरो
पर
साइक्लोथोंन
का
नेतृत्व
कर
रहे
श्री
कैलाश
चौधरी
जी
इस
सन्देश
की
व्यापकता
से
काफी
संतुष्ट
नज़र
आये|
उनका
मानना
है
की
अगर
इंदौर
वासी
छोटी
दूरियों
के
लिए
साइकिल
का
इस्तेमाल
शुरु
कर
दे
तो
ट्रैफिक
के
हालात
में
काफी
बदलाव
आ
सकता
है,
साथ
ही
साथ,
ये
उनकी
सेहत
के
लिए
भी
काफी
फायदेमंद
साबित
हो
सकता
है|
एक
तरफ
जहाँ
कोरोना
से
धीरे
धीरे
उबर
रहा
विश्व
वैलेंटाइन
में
राहत
ढूंढ
रहा
था
वही
इंदौर
में
पांच
हज़ार
साइकिल
दीवाने
एक
नयी
तरह
के
सन्देश
की
रचना
में
व्यस्त
थे|
अपनी
व्यस्त
दिनचर्या
में
पंद्रह
किलोमीटर
प्रतिदिन
साइकिल
चलाने
की
कसरत
जोड़
चुके
इंदौर
शहर
के
गणमान्य
मध्य
प्रदेश
कुर्मी
क्षत्रिय
जागरण
मंच
के
प्रदेश
संयोजक
एवं
रविशंकर
शुक्ल
और
कई
मीडिया
समूहों
के
विधि
सलाहाकार
के
तौर
पर
कार्यरत
विधि
High
Court advocate अवि
जैन चौधरी,
हाई
कोर्ट
advocate
कमल
पटेल
,
एडवोकेट
श्याम
कश्यप
जी
जैसे
“ Legal
Eagles” ने भी
साईकिल
चालको
का
मनोबल
बढ़ाया
साथ
ही
इस
तरह
की
आदत
को
पर्यावरण
और
सेहत
दोनों
से
अविरल
दोस्ती
के
रूप
में
परिभाषित
किया|
नगर
एमआइजी
कॉलोनी
वार्ड
45 रहवासी महासंघ
के
अध्यक्ष
कैलाश
चौधरी राष्ट्र
की
सेवा
में
20 वर्षों से समर्पित
है
एवं
राष्ट्रीय
हिंदी
पत्रिका,
भास्कर
समाचार
एवं
दैनिक
भास्कर
समाचार
में
संपादक
के
तौर
पर
सेवाए
प्रदान
करके
इंदौर
के
सामजिक
परिदृश्य
और
पत्रकारिता
परिदृश्य
में
अपना
अलग
स्थान
बना
चुके
हैं|
इस
साइक्लेथोन
में
उनकी
भूमिका
उस
मशालवाहक
की
रही
जो
आगे
से
बढ
कर
ना
सिर्फ
हुंकारा
लगाता
है
बल्कि
रास्ते
में
थके
कदमो
को
जोशीले
शब्द
देकर
आगे
बढ़ने
की
प्रेरणा
भी
देता
है|
क्या
इंदौर
भी
साइकिलिंग
का
सिंगापुर
मॉडल
लागू
कर
सकता
है?
इस
सवाल
का
एक
बहुत
सटीक
जवाब
हमें स्वास्थ्य
पर्यावरण
संरक्षण
के
लिए
साइकिल
का
प्रतिदिन
उपयोग
करने
वाले
इंजीनियर
एवं
पत्रकार
सौरभ
पटेल
महत्तो,
भाजपा
नेता
एवं
सरपंच
धर्म
चंद
कश्यप
दे
सकते
हैं|
उनके
साथ
पत्रकार
अजय
जी
चौधरी
एवं
, विजय चौधरी
का
उल्लेख
करना
भी
आवश्यक
हो
जाता
है,
इन
सभी
के
मिले
जुले
प्रयासों
की
वजह
से
व्यायामशाला
हीरालाल
उस्ताद
अखाड़े
के
खलीफा
के
दायित्व
का
निर्वाह
करते
हुए
अनेकों
गुरु
भाई
पहलवानों
को
भी
प्रतिदिन
स्वास्थ्य और
पर्यावरण
के
लिए
निरंतर
सक्रिय करते
रहकर,
स्वयं
लगभग
13 से 15 किलोमीटर
cycle चलाकर
स्वास्थ्य
और
पर्यावरण
के
लिए
उत्साह
पूर्ण
संदेश
युवा
पीढ़ी
और
नागरिकों
को
देते
हैं
|
इस
अवसर
पर
विधायक
आकाश
विजयवर्गीय
और
रमेश
मेंदोला
भी
उपस्थित
थे,
रैली
के
स्टार्टिंग
पॉइंट
पर
इन
दोनों
की
electrifying presence ने
5000
से
ज्यादा
युवाओ
को
शुरुआत
से
ही
बड़े
cheerful
mood में ला
दिया
और
इसका
असर
रैली
में
आखिर
तक
नज़र
आया|
इस
साइक्लेथोन
में
सबसे
चमकते
सितारे
के
रूप
में
मौजूद
थे,
इंदौर
के
हर
दिल
अज़ीज़
श्री
कैलाश
विजयवर्गीय
जी|
राष्ट्रीय
राजनेतिक
पटल
पर
उनकी
चमक
चाहे
कितनी
भी
बढ़
जाए
मगर
इंदौर
में
कदम
रखते
ही
वो
खालिस
इन्दोरी
हो
जाते
हैं|
उनके
संबोधन
ने
एक
बार
फिर
से
उनका
वही
Charisma
दिखाया
जिसकी
वजह
से
दो
दशक
पहले
भारत
का
सर्वश्रेष्ट
मेयर
चुना
गया
था|
आजकल
बंगाल
के
इलेक्शन
में
व्यस्त
श्री
कैलाश
विजयवर्गीय
इंदौरवासियों
के
दिल
में
कितनी
गहराई
से
बसे
हैं,
ये
बात
भी
इस
आयोजन
में
नज़र
आई|
एकला
चलो
रे,
साइकिलिस्ट
नंबर
वन
के
दूसरे
दावेदार
है जीतू
पटवारी
एक
तरफ
जहाँ
कैलाश
जी
बंगाल
में
एकला
चलो
रे
के
अंतर्गत
लड़ाई
लड़
रहे
हैं,
उसी
समय
कोरोना
काल
के
दौरान
कांग्रेस
नेता
जीतू
पटवारी
ने
भी
कोरोना
से
जूझते
इंदौरवासियों
के
सामने
साइकिल
के
फायदों
की
नजीर
पेश
की
थी|
जिस
तरह
कैलाश
चौधरी
और
उनके
साथी
पंद्रह
किलोमीटर
साइकिल
चलाकर
लोगो
को
प्रोत्साहित
कर
रहे
थे
ठीक
उसी
तरह
जीतू
पटवारी
भी
अपने
दिन
की
शुरुआत
अक्सर
पंद्रह
किलोमीटर
की
साइकिलिंग
से
ही
करते
हैं|
उनके
सोशल
मीडिया
पेज
पर
एक
नज़र
डालिए
और
आप
समझ
जायेंगे
की
जीतू
पटवारी
जी
चपल
राजनीतिज्ञ
दिमाग
के
साथ
साथ
एक
एथलेटिक
शरीर
के
भी
मालिक
है,
राजनेतिक
जीवन
के
परे
सामजिक
जीवन
में
उन्होंने
अपनी
साइकिलिंग
के
ज़रिये
युवाओ
के
दिल
में
जगह
में
बनाई
है|
सेहत
और
पर्यावरण
की
साइकिल
में
दोनों
पहियों
की
बराबर
भागीदारी
कहते
है
लोकतंत्र
की
गाडी
पक्ष
और
विपक्ष
के
पहियों
की
मिली
जुली
कसरत
से
चलती
है,
सेहत
पर्यावरण
और
साइकिलिंग
के
मुद्दे
में
तो
ये
नज़र
आता
है
की
इंदौर
नगर में
बी
जे
पी
और
कांग्रेस
की
सोच
पर्यावरण,
साइकिलिंग
और
सेहत
के
मामले
में
मिलती
जुलती
है|
शायद
यही
वजह
है
की
हर
खालिस
इन्दोरी
आशान्वित
है
की
सफाई
अभियान
की
तरह
सेहत
और
पर्यावरण
के
अभियान
में
भी
एक
दिन
इंदौर
का
नाम
सिंगापुर
जैसे
बड़े
शहरो
के
साथ
लिया
जाएगा|
0 Comments