सोनी के
गॉसिप कार्नर में आपका स्वागत है| कोरोना महामारी के दौरान मोदी जी ने एक्ट लोकल
का जो नारा दिया था वो मुंबई में काम नहीं आया क्यूंकि यहाँ की लोकल ट्रेन जो बंद
थी| वैसे मोदी जी को में ये बता दूँ की हम मुंबईकर तो कोरोना के आने से पहले ही
एक्ट लोकल के फार्मूले में यकीन रखते थे| अब थोडा ट्विंकल खन्ना की तरह वर्ड प्ले करती
हूँ, हम मुंबईकर है, हमारी लोकेलिटी ही हमारी फॅमिली है| कहने को हम छोटी छोटी Nuclear
families में रहते हैं
मगर जितना बड़ा परिवार हमारा है उतना बड़ा परिवार आपको इंडिया के किसी और शहर में
देखने को नहीं मिलेगा|
इस कार्यक्रम
में मनोरंजन का तड़का लगाया नृत्य, संगीत और क्रीडा ने, रस्साकशी हुयी, जहाँ इनाम
पर रखी गयी थी कई पैठानी साड़िया| हल्का फुल्के माहौल में उपखंड प्रमुख राजेश
शेट्ये और श्रीमती स्नेहल मोर ने भी सक्रिय भागीदारी निभाई| महिला सभा संयोजक श्रीमती
बेबी पाटिल और उनके साथ श्रीमती शीतल सावंत ने इन खेलो का सञ्चालन भी किया और कई
मौकों पर जज की भूमिका भी निभाई| प्रशांत कशिद सर के मुस्कुराते चेहरे ने सभी प्रतिभागियों
के मनोबल हमेशा ऊंचा रखा|
अब सोनी वापस लौटती है ट्विंकल खन्ना जी की बुक्स पर, मैंने उनकी बुक्स पढ़ी है, सचमुच महिलाओ के लिए तो बहुत Inspirational है, जी हाँ, बोरिंग नहीं है, inspirational हैं| शोभा दे और ट्विंकल खन्ना जी ने मुंबई की हाई सोसाइटी में रहने वाली महिलाओ के जीवन का जो चित्रण किया है, वैसा ही जीवन चाल और बिल्डिंग्स में रहने वाली महिलाये भी जी रही है, कम से कम fun quotient और सोशल इमोशन के बारे मैं तो मेरे इस स्टेटमेंट को कोई गलत साबित कर ही नहीं सकता| “खेल पैठ्नीच २०२१” का दूसरा संस्करण बहुत ही जल्दी आयोजित होगा और में इसमें ट्विंकल खन्ना जी को आमंत्रित करती हूँ, वो आये, हमारे जीवन के इस fun और celebration मैं शामिल हों और अपनी बुक्स में जीवन के इस पहलू को भी जगह दें|