“हर तरफ हर जगह बेशुमार आदमी, फिर भी तनहाइयों का शिकार आदमी”|
जिस वक़्त शायर ने ये कलाम लिखा होगा
उस वक्त शायद इन्टरनेट और सोशल मीडिया मौजूद नहीं होगा| वैसे असल दुनिया में भीड़
के बीच भी हम अकेले होते हैं क्यूंकि हमें हम जैसे यानी “अपने जैसे टाइप” के लोग
नहीं मिलते| सोशल मीडिया ने ये दूरी खत्म की है, अब हम दूर-दराज़ कोनो में बैठे
अपने जैसे लोगो से जुड़ सकते हैं उनके साथ वक्त बिता सकते हैं उनके साथ एक ज़िन्दगी
शेयर कर सकते हैं|
जो तुम हम संग हो तो फिर क्या डर, अपनी परेशानी सिटीजन journalism के फोरम पर शेयर
कीजिये,
पिछले दिनों एक रिपोर्ट में मैंने
पोपुलर मीडिया के दो न्यूज़ एंगल्स का एनालिसिस किया| जहाँ मैंने दो न्यूज़ चैनल्स के
रिपोर्टिंग पर सवाल उठाये हैं|
https://www.oldworldlovecharm.com/2021/01/blog-post_75.html
ये आर्टिकल आप लोगो को बहुत पसंद आया|
कई प्रतिक्रियाए आई, सबसे दिलचस्प प्रतिक्रिया भेजी है स्वंत्रत पत्रकार साक्षी जोशी की टीम ने| सोलह
वर्षो तक पोपुलर न्यूज़ कल्चर में अपनी सेवाए देने के बाद जब उन्हें भीतर के
पत्रकार को संतुष्टि नहीं मिली तो साक्षी ने एक नयी तरह की पत्रकारिता को अपना
लिया| साक्षी ने अपना खुद का वेब पेज डिजाईन किया और उन सभी को invite किया
जिन्हें समाज और समाज से ज्यादा media
ने प्रताड़ित किया है| आप भी साक्षी के
वेब पेज इस लिंक पर जाकर विजिट कर सकते हैं|
https://www.facebook.com/219753088072288/posts/3613709008676662/?sfnsn=wiwspmo
यही है असली स्वरुप उस सिटीजन journalism का जिसने अमेरिका में पोपुलर टी वी चैनल्स को घुटनों पर ला दिया
साक्षी जोशी ने हमें दिखाया है की सोशल
मीडिया के आने के बाद अब पाठक की शक्ति कई गुना बढ़ गई है| अब आप भी सिटीजन journalist
बन कर whistle ब्लोअर होने का कर्तव्य पूरा कर सकते हैं| साक्षी जोशी के पेज पर ना
सिर्फ आप अपनी बात रजिस्टर कर सकते हैं
बल्कि अपनी बात उन authorities तक पहुँचा
भी सकते हैं
जिनका उन मामलो से सीधा सरोकार है|